बीजापुर 17 नवंबर 2025/बीजापुर के नैमेड़ क्षेत्र के दो मेहनती किसान—सदावीर सलाम और शेख सलीम—की ज़िंदगी में इस वर्ष नई उम्मीदें जग उठी हैं। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी नीति ने न सिर्फ़ उनके परिश्रम को उचित मूल्य दिया, बल्कि खेती-किसानी के प्रति उनका भरोसा भी मजबूत किया।
सदावीर सलाम: छोटे किसान, बड़ी उम्मीदें
ढाई एकड़ भूमि वाले किसान सदावीर सलाम के लिए इस वर्ष धान बेचने का अनुभव बेहद सुखद रहा। उन्होंने 30 क्विंटल धान बेचा और पूरी प्रक्रिया—टोकन से लेकर तौल तक—बिना किसी परेशानी के संपन्न हुई।
सदावीर बताते हैं कि समिति में किए गए बेहतर इंतज़ामों ने उन्हें राहत दी। मिलने वाली राशि से वे अपने घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करेंगे और आने वाले सीजन के लिए बेहतर तैयारी कर पाएंगे।
शेख सलीम: मेहनत और भरोसे का फल
शेख सलीम के पास लगभग 5 एकड़ कृषिभूमि है, जिनसे उन्होंने इस बार 50 क्विंटल धान बेचा। वे बताते हैं कि समिति में सहयोगात्मक वातावरण के कारण बिक्री की सारी औपचारिकताएँ सरलता से पूरी हो गईं।
शेख सलीम शासन की समर्थन मूल्य नीति को “किसान हितैषी” बताकर कहते हैं कि इससे किसान बिना किसी दलाली या आर्थिक नुकसान के अपने उत्पाद का सही मूल्य पा रहे हैं।
दोनों किसानों ने सहकारी समिति नैमेड़ की व्यवस्थाओं की विशेष रूप से सराहना की—
सुव्यवस्थित टोकन प्रकरण
तौल व खरीदी की पारदर्शिता
सहयोगी अधिकारियों और कर्मचारियों का व्यवहार
संग्रहण केंद्र की बेहतर व्यवस्था
इन सुविधाओं ने किसानों को न सिर्फ़ समय बचाया, बल्कि उन्हें सम्मानजनक माहौल में अपनी उपज बेचने का अवसर भी दिया।
बीजापुर से पुकार बाफना




