जमशेदपुर/दिल्ली/कामाख्या — विशेष रिपोर्ट
झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाली 42 वर्षीय निशा चौधरी, मूल रूप से बरेली निवासी, ने एक स्वयंभू बाबा ‘दांडी बाबा’ (आर.के. निवासी बताए जाते हैं) पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। निशा का कहना है कि 2016 में उनकी मुलाकात शिव मंदिर के पुजारी दांडी बाबा से हुई थी, जिसके बाद पिछले कई सालों में उनके जीवन में बीमारी, आर्थिक नुकसान, मानसिक तनाव और पारिवारिक समस्याएँ बढ़ती चली गईं।
मुलाकात से शुरू हुआ विवाद
निशा चौधरी के अनुसार, 2016 में उनके पड़ोस में अस्थायी रूप से रह रहे दांडी बाबा से परिचय हुआ। निशा बताती हैं कि उन्होंने उसे भोजन के लिए अपने घर बुलाया था। इसी दौरान बाबा ने उनकी जन्मतिथि पूछकर भविष्यवाणी की कि “तुम्हारे भाग्य में बेटा लिखा है”।
निशा के पहले से दो बेटियाँ थीं और बेटा न होने की वजह से वह मानसिक रूप से कमजोर थीं।
“खाने में कुछ दिया, जिससे माहवारी बंद हो गई”—निशा का आरोप
निशा का आरोप है कि बाबा ने उन्हें कुछ ऐसा पदार्थ खिलाया, जिससे उनका मासिक धर्म रुक गया। उनका कहना है कि दांडी बाबा ने ज्योतिष और ‘कब्जा करने’ जैसी शक्तियों का दावा किया था।
उनके अनुसार, कुछ ही समय में वह मानसिक रूप से बदली-बदली सी महसूस करने लगीं और बाबा के प्रभाव में आ गईं।
तीन साल तक मानसिक और पारिवारिक संकट
निशा का कहना है कि 3 साल तक उनके घर में तनाव, झगड़े और आर्थिक समस्या बढ़ती गईं। “ऐसा लगता था कि मैं मैं नहीं हूँ, उसकी बातों में चलने लगी थी,” उन्होंने कहा।
दिल्ली में एक साल इलाज, फिर सामने आया ट्यूमर
मानसिक स्थिति बिगड़ने पर निशा ने दिल्ली में लगभग एक साल तक इलाज करवाया। इसी दौरान डॉक्टरों ने बताया कि उनके शरीर में करीब 10 सेमी का ट्यूमर है।
निशा का दावा है कि यह ट्यूमर तेज़ी से बढ़कर 3 किलोग्राम तक पहुँच गया, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान थे कि इतनी तेज़ वृद्धि कैसे हो सकती है। बाद में उनका ऑपरेशन किया गया और दो ट्यूमर निकाले गए।
कामाख्या मंदिर में मिले नए खुलासे—निशा का दावा
ऑपरेशन के बाद भी संतोष न मिलने पर निशा असम (कामाख्या देवी मंदिर) पहुँचीं। उनका कहना है कि वहाँ के जानकार साधुओं ने बताया कि बाबा ने उनके गर्भाशय को नुकसान पहुँचाने के लिए कुछ पदार्थ दिए थे।
“उपचार करने की शर्त के रूप में रात अपने साथ बिताने की मांग”—निशा का आरोप
निशा का कहना है कि जब उन्होंने बाबा से उससे जुड़ी ‘चीजें’ निकालने या इलाज करने की बात कही तो उसने कथित रूप से कहा कि “एक रात मेरे साथ रहना पड़ेगा तभी मैं ठीक करूँगा।”
निशा के अनुसार, यह प्रस्ताव ठुकराने पर बाबा ने धमकी दी — “किसी और से बात की तो तुम्हें मार दूँगा।”
बताया जाता है कि दांडी बाबा की पत्नी सोनी पांडे और उनके तीन बेटे व एक बेटी हैं।
40 लाख रुपए खर्च, आर्थिक स्थिति चरमराई
निशा के अनुसार, 2016 से अब तक इस पूरे मामले और बीमारी में उनके 30–40 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। घर की आर्थिक हालत भी बेहद खराब हो चुकी है।
अब न्याय की मांग—सबूत होने का दावा
निशा चौधरी का कहना है कि उन्हें अब पूरी सच्चाई समझ आ चुकी है और उनके पास कई सबूत मौजूद हैं। वह इस मामले में कार्रवाई कराना चाहती हैं और मांग कर रही हैं कि—
दांडी बाबा से उनके हुए सभी खर्चों की भरपाई करवाई जाए
उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए
उन्हें न्याय दिलाया जाए
निशा का कहना है कि वह अब इस लड़ाई को अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं।




