नालंदा जिले के निवासी संतोष कुमार, उम्र 42 वर्ष, इस वक्त मानसिक पीड़ा और पारिवारिक संकट से जूझ रहे हैं। संतोष कुमार लुधियाना में एक फैक्ट्री में काम करते हैं और मूल रूप से बिहार के नालंदा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। उनके अनुसार, उनकी पत्नी सुधा देवी (उम्र 35 वर्ष) 29 जुलाई 2025 को दिन में लगभग 12 से 1 बजे के बीच अचानक लापता हो गईं। वह अपने पीछे दो छोटे बच्चों को छोड़ गईं — आर्यन कुमार (उम्र 6 वर्ष) और संध्या कुमारी (उम्र 10 वर्ष)।
संतोष कुमार ने जानकारी दी कि उनकी पत्नी सुधा देवी कुछ दिनों पहले मायके नालंदा गई थीं और वहीं से अचानक फरार हो गईं। जांच और परिजनों से पूछताछ के बाद यह पता चला है कि सुधा देवी कथित रूप से सीतामढ़ी निवासी शंकर यादव नामक व्यक्ति के साथ भाग गई हैं। यह घटना न केवल परिवार के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि बच्चों की मानसिक स्थिति पर भी गहरा असर डाल रही है।
इस मामले में और भी चौंकाने वाली बात यह है कि सुधा देवी घर से जाते वक्त करीब 70 से 80 हजार रुपये, जो बैंक खाते में जमा थे, अपने साथ ले गईं। इसके अलावा 23,000 रुपये नकद, सोने के गहने, और एक LIC पॉलिसी का कागज जो उनके नाम पर था, वह भी अपने साथ लेकर गई हैं।
संतोष कुमार का कहना है कि जब यह घटना हुई, वह रोजी-रोटी के लिए पंजाब के लुधियाना में थे, इसलिए वह तत्काल घर पर मौजूद नहीं रह सके। फोन पर संपर्क करने पर सुधा देवी ने स्पष्ट रूप से यह कह दिया कि अब वह संतोष के साथ नहीं रहना चाहतीं और वापस नहीं आएंगी।
अब सवाल यह उठता है कि बच्चों की जिम्मेदारी कौन उठाएगा? दोनों मासूम बच्चे मां के बिना मानसिक तनाव में हैं और पिता दूर शहर में मजदूरी करके जीवन यापन कर रहे हैं।
संतोष कुमार ने इस पूरे मामले की जानकारी स्थानीय थाना में दी है और उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि उनकी पत्नी और शंकर यादव को जल्द से जल्द खोजा जाए और उनके बच्चों को न्याय दिलाया जाए।
यह मामला केवल एक पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर एक गंभीर चिंता का विषय है, जहाँ बच्चों की परवरिश और भावनात्मक सुरक्षा संकट में है। प्रशासन और पुलिस से उम्मीद की जा रही है कि वे शीघ्र इस मामले में ठोस कदम उठाएं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं।