बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश)।
सरकारी योजना का नाम लेकर एक युवक से साइबर ठगों ने हजारों रुपए की ठगी कर ली। मामला थाना छतरी क्षेत्र के सिद्धपुर गांव का है, जहां के निवासी दिलीप कुमार से प्रधानमंत्री कुसुम योजना के नाम पर रजिस्ट्रेशन, वेरिफिकेशन फीस, जीएसटी और ट्रांसपोर्ट चार्ज के बहाने लगभग ₹20,000 से अधिक की ठगी की गई।
पीड़ित दिलीप कुमार ने बताया कि उन्होंने गूगल पर प्रधानमंत्री कुसुम योजना का विज्ञापन देखा, जिसमें दिए गए लिंक पर क्लिक कर वे एक फर्जी वेबसाइट www.kushumsolar.in पर पहुंचे। वेबसाइट दिखने में बिल्कुल असली जैसी थी, जिस पर रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर और निजी जानकारी मांगी गई, जिसे उन्होंने भर दिया।
इसके 24 घंटे के भीतर उन्हें एक कॉल आया, जिसमें बताया गया कि उनका आवेदन पास हो गया है और अब उन्हें आगे की प्रक्रिया के लिए फीस देनी होगी। ठगों ने क्रमशः उनसे:
₹1500 (OBC रजिस्ट्रेशन फीस)
₹3500 (NIC फीस)
₹10299 (TDT फीस)
वसूले। इतना ही नहीं, विश्वास दिलाने के लिए ₹1 ट्रायल अमाउंट भी उनके खाते में भेजा गया। फिर कहा गया कि घर पर सर्वे टीम और मैनेजर आएंगे।
फिर ₹5000 का जीएसटी बिल मांगा गया, जिसे पीड़ित ने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद ट्रांसपोर्ट चार्ज के नाम पर और पैसे मांगे गए। जब पीड़ित ने मना किया, तो ठगों ने कहा, “अब आपका काम नहीं होगा, जैसी आपकी मर्जी।” इसके बाद भी लगातार कॉल्स आते रहे।
इन विवरणों पर भेजे गए थे पैसे:
नाम: PM KUSUM YOJANA SOLAR ENERGY (AVSHEESH)
खाता संख्या: 055410507494
IFSC कोड: IPOS0000001
बैंक का नाम: India Post Payment Bank
पीड़ित ने बताया कि इस खाते में अलग-अलग किस्तों में रकम ट्रांसफर की गई।
फर्जी वेबसाइट का नाम:www.kushumsolar.in
दिलीप कुमार ने प्रशासन और साइबर सेल से अपील की है कि इस तरह की फर्जी वेबसाइट और बैंक खातों की गहन जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। साथ ही, जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है।सावधान रहें!
सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह लगातार सक्रिय हैं। कृपया:
किसी भी सरकारी योजना की जानकारी केवल www.india.gov.in या संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करें।कोई भी राशि देने से पहले सरकारी विभाग से पुष्टि अवश्य करें।
ठगी की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।