संत रविदास नगर, उत्तर प्रदेश: गरीब परिवार के लिए सहारा बनी एकमात्र गाय की दर्दनाक मौत से राजेश गौतम के घर मातम छा गया। उनके घर के पास बनी झोपड़ी में अचानक आग लग गई, जिसमें बंधी हुई गाय जिंदा जल गई। इस घटना ने परिवार को पूरी तरह से तोड़कर रख दिया है।
27 मार्च 2025 को दोपहर करीब 2 बजे, संत रविदास नगर के पुरे खुशाल, अभिया गांव में यह हृदयविदारक घटना घटी। राजेश गौतम, जो पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, अपनी पत्नी सोना देवी और पांच बच्चों के साथ छोटे से आवास में रहते हैं। चूंकि उनके पास जमीन नहीं थी, इसलिए उन्होंने अपनी गाय के लिए घर के पास ही एक झोपड़ीनुमा छप्पर बनाया था।
इसी झोपड़ी में अचानक आग लग गई, और देखते ही देखते पूरी झोपड़ी जलकर खाक हो गई। अंदर बंधी हुई गाय आग की लपटों में घिर गई और वहीं जिंदा जल गई।
गाय हाल ही में 11 दिन पहले बछड़े को जन्म दी थी। यह परिवार की आजीविका का एकमात्र सहारा थी, जिससे उन्हें दूध मिलता था और घर का खर्च चलता था। लेकिन इस हादसे के बाद राजेश गौतम का पूरा परिवार सदमे में डूब गया है।
राजेश की पत्नी सोना देवी और उनके बच्चे घटना के बाद लगातार रो रहे हैं। झोपड़ी के जलने से उनके पास रहने के लिए कोई सुरक्षित जगह भी नहीं बची है। आसपास के लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक सब कुछ राख हो चुका था।
प्रशासन और गांव के प्रधान का आश्वासन:
घटना की जानकारी मिलते ही गांव के प्रधान श्यामलाल गौतम, लेखपाल मनोज सरोज और बीडीओ साहब मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया और आश्वासन दिया कि परिवार को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
राजेश गौतम के भाई महेश गौतम ने बताया कि यह गाय ही उनके परिवार का एकमात्र सहारा थी। अब उनके सामने बच्चों का भरण-पोषण और रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
परिवार प्रशासन और सरकार से तत्काल आर्थिक सहायता की मांग कर रहा है ताकि वे इस संकट से उबर सकें। साथ ही, गाय की भरपाई के लिए नई गाय या कोई अन्य मदद देने की अपील कर रहा है।
गरीब परिवारों के लिए पशु ही जीवन जीने का जरिया होते हैं। इस घटना ने राजेश गौतम के परिवार को पूरी तरह असहाय बना दिया है। ऐसे में प्रशासन को तुरंत मुआवजा देना चाहिए और समाज को भी इस परिवार की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
स्थानीय संवाददाता ईखबर मीडिया की रिपोर्ट