बांदा (उत्तर प्रदेश)।
जिला बांदा के बबेरू तहसील अंतर्गत गोंडा गांव की रहने वाली 43 वर्षीय रानी बिट्टी इन दिनों मानसिक और पारिवारिक उत्पीड़न का गंभीर शिकार हैं। पति तेज बहादुर की बेरुखी और अत्याचार ने रानी की जिंदगी को नर्क बना दिया है। साल 2003 में शादी के बाद रानी बिट्टी ने छह बच्चों को जन्म दिया, जिनमें चार बेटियां और दो बेटे हैं। दो बेटियों की शादी वे पहले ही कर चुकी हैं, अब उनके पास 8 और 10 साल की दो बेटियां और 18 वर्षीय बेटा और 16 वर्षीय बेटा है है, जो मिलकर किसी तरह घर चलाने में मदद कर रहे हैं।
पति का व्यवहार क्रूर, नहीं करने देते काम
रानी बिट्टी बताती हैं कि उनके पति तेज बहादुर न तो कोई काम करते हैं और न ही परिवार के प्रति कोई जिम्मेदारी निभाते हैं। उल्टे कहते हैं – “मुझे बैठे-बैठे खिलाओ, काम करना नहीं है।” जब रानी मजदूरी करने जाती हैं, तो वहां भी उन्हें रोकते हैं। दूसरों के खेत में काम करने से मना करते हैं और अपने खेत में किसी बाहरी मजदूर को नहीं आने देते।
जमीन बेचकर कर रहे हैं जीवन बर्बाद
एक समय था जब इनके पास थोड़ी बहुत खेती की जमीन थी, लेकिन अब स्थिति यह है कि तेज बहादुर पिछले साल एक बीघा पांच विस्वा जमीन बेच चुके हैं। अब केवल डेढ़ बीघा जमीन बची है, जिसे लेकर भी वे बार-बार धमकी देते हैं कि “इसे भी बेच दूंगा”। वे रानी को और बच्चों को घर से निकालने तक की धमकी दे चुके हैं।
रिश्तेदारों से भी किया रिश्ता खत्म
तेज बहादुर न सिर्फ रानी बिट्टी बल्कि किसी भी रिश्तेदार से संबंध रखने के खिलाफ हैं। उन्होंने सख्त आदेश दे रखा है कि कोई रिश्तेदार घर न आए। परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी उनका व्यवहार अमानवीय है। रानी का कहना है कि देवरानी उनकी भोजन देती है उनका कहना मानते है बस और पत्नी को ताने मारते हैं।
बच्चों का भविष्य अंधकार में
रानी बिट्टी अपने बच्चों को लेकर बेहद चिंतित हैं। उनका सवाल है कि जब पति काम नहीं करता, जमीन बिक रही है, मजदूरी करने से रोका जा रहा है, तो ऐसे में बच्चों का पालन-पोषण कैसे होगा? खासकर जब दो बेटियां अभी छोटी हैं और उन्हें पढ़ाई और परवरिश की जरूरत है।
प्रशासन से की शिकायत, लेकिन कोई सुनवाई नहीं
रानी ने इस उत्पीड़न की शिकायत यहां के सांसद और जिला प्रशासन से की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। वह चाहती हैं कि उनके पति की असलियत दुनिया के सामने आए और प्रशासन उन्हें न्याय दिलाए।
समाज और प्रशासन से अपील
अब रानी बिट्टी समाज और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रही हैं। उनका कहना है –
“मैं एक मां हूं, जो दिन-रात मेहनत करके अपने बच्चों को पाल रही हूं। मेरे पति न काम करते हैं, न जीने देते हैं। अगर अब भी प्रशासन नहीं जागा, तो मेरे बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। मैं चाहती हूं कि मुझे और मेरे बच्चों को सुरक्षा मिले, और मेरे पति की हरकतों पर रोक लगे।”
स्थानीय संवाददाता ईखबर मीडिया की रिपोर्ट