जालौन (कुठौंद)। जिले के जंगलपुर खेड़ा गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब 28 वर्षीय महिला निधि पत्नी महेश का शव गांव के बाहर एक 12 फुट ऊंचे पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका मिला। मृतका के मायके पक्ष ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह आत्महत्या नहीं, सोची-समझी हत्या है, जिसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई है।
इन लोगों पर परिजनों ने लगाए आरोप:
1. महेश (पति)
2. माताप्रसाद (ससुर)
3. धर्मेन्द्र (देवर)
4. उज्जला (जेठानी)
5. चन्द्र (जेठ)
6. चेतराम (पति का रिश्तेदार)
7. रामकेश (महेश का पिता)
भाई का दावा – “21 की रात बहनोई से हुई बात, सुबह मिली बहन की मौत की खबर”
मृतका के भाई भारत कुमार निवासी ग्राम हुशचंदपुर थाना कदौरा ने बताया कि 21 तारीख की रात 9:54 बजे उनकी फोन पर बहनोई महेश से बात हुई थी। जब उन्होंने निधि से बात करने को कहा, तो महेश ने यह कहकर टाल दिया कि “वो सो गई है।” लेकिन अगली सुबह 9 बजे सूचना मिली कि निधि की मौत हो गई है और शव पेड़ से लटका मिला है।
9 साल पहले हुई थी शादी, पहले भी होती थी मारपीट
परिजनों के अनुसार, निधि की शादी 9 वर्ष पूर्व महेश पुत्र माताप्रसाद के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही घरेलू कलह और मारपीट की घटनाएं सामने आती रहीं। फरवरी 2025 में भी गंभीर मारपीट हुई थी, जिसमें निधि का सिर फट गया था, लेकिन ससुर रामकेश द्वारा समझौता करवा कर मामला रफा-दफा करा दिया गया।
परिजनों का आरोप – पहले भी पुलिस ने नहीं सुनी, अब भी कोई कार्रवाई नहीं
भारत कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि पहले की शिकायतों पर भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की थी। अगर उस समय एक्शन लिया गया होता, तो आज निधि जिंदा होती। अब भी, सूचना देने के बावजूद, पुलिस की चुप्पी सवालों के घेरे में है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी निगाहें, परिजनों की मांग – हत्या की एफआईआर हो दर्ज
परिजनों का साफ कहना है कि यह आत्महत्या नहीं, हत्या है जिसे आत्महत्या का रूप दिया गया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर, सभी आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जल्दी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।