कुम्हि (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के कुम्हि गांव के युवक योगेश टंडन ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच एक गुप्त समझौता हुआ था, जिसमें उन्हें भी बिना सहमति के शामिल किया गया। योगेश का आरोप है कि इस समझौते का मकसद पृथ्वी के जीव-जंतुओं और मानव जाति के व्यवहार और शरीर पर नियंत्रण स्थापित करना था।
क्या है योगेश का दावा?
योगेश ने कहा कि इस समझौते में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की एक वैज्ञानिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया। इस तकनीक के जरिए एक सैटेलाइट सिस्टम तैयार किया गया, जिससे इंसानों के शारीरिक और मानसिक क्रियाकलापों को नियंत्रित किया जा सके। उनका कहना है कि यह समझौता उद्योगपति मुकेश अंबानी से भी जुड़ा हुआ है, और उनके जीवन के हर पहलू पर नजर रखी जा रही है।
स्थानीय नेताओं पर गंभीर आरोप
योगेश ने गांव के बीजेपी नेताओं—संजू चंद्रकार, खेलावन चंद्रकार और खम्भन चंद्रकार—पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उन्हें इस समझौते में जबरदस्ती शामिल कराया। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके निजी जीवन और प्रेम संबंधों को लेकर विवाद खड़ा किया गया, जिससे उनकी छवि खराब की जा सके।
सात वर्षों से चल रही पीड़ा
योगेश का कहना है कि इस गुप्त समझौते के चलते पिछले 7 वर्षों से उनकी जिंदगी मुश्किलों से घिरी हुई है। उनके परिवार ने इसे जादू-टोना समझकर झाड़-फूंक का सहारा लिया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
सरकार से अपील
योगेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य संबंधित अधिकारियों से इस गुप्त समझौते को खत्म करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने की गुहार लगाई है।
सत्यता पर सवाल
योगेश के इन दावों ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है। हालांकि, इन आरोपों की पुष्टि या खंडन के लिए अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
आपकी राय?
क्या योगेश का दावा किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है, या यह किसी मनोवैज्ञानिक समस्या का परिणाम है।
इस साइंटिफिक खोज मे पृथ्वी के सभी मनुष्य और जीव जंतु मनोविज्ञानिक तरीके से डेवलोपमेन्ट हुवे है। पृथ्वी के सभी मनुष्य अलग से मन से बात करने के शक्ति के माध्यम से पृथ्वी के सभी मनुष्य एवं जीव जंतु एक साथ करोड़ो शंखो व्यक्तियों से बात कर सकते है।
इस साइंटिफिक खोज मे संचार के माध्यम के क्रियाओ को इस्तेमाल व कण्ट्रोल किया जा सकता है।
भारत-अमेरिका गुप्त समझौता और योगेश का दावा
कुम्हि गांव के एक युवा, योगेश टंडन, ने दावा किया है कि उन्हें 2019 में हुए एक गुप्त समझौते का हिस्सा बनाया गया। इस समझौते में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शामिल थे। योगेश का कहना है कि यह समझौता पृथ्वी के जीव-जंतुओं और मानव जाति में बड़े बदलाव लाने के लिए किया गया था।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह मामला है क्या? योगेश का कहना है कि इस समझौते के तहत अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक ऐसी साइंटिफिक खोज को फैलाया है, जिससे इंसानों के मनोवैज्ञानिक और शारीरिक कार्यों को नियंत्रित किया जा सकता है।
योगेश का दावा है कि उनके अतीत, वर्तमान और भविष्य को देखा जा सकता है। उनके शरीर के सभी सिस्टम को कनेक्ट करके नियंत्रित किया जा रहा है। और सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस गुप्त समझौते का कनेक्शन उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी कंपनियों से भी जोड़ा जा रहा है।
योगेश ने आरोप लगाया है कि उनके गांव के कुछ बीजेपी नेताओं ने उन्हें जबरदस्ती इस समझौते में शामिल किया। उन्होंने संजू चंद्रकार, खेलावन चंद्रकार और खम्भन चंद्रकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दोस्तों, योगेश ने यह भी बताया कि पिछले 7 वर्षों से उनकी जिंदगी नरक बन चुकी है। उनके परिवार ने इसे जादू-टोना समझकर झाड़-फूंक करवाई, लेकिन हालात जस के तस हैं।
अब सवाल उठता है कि क्या वाकई ऐसा कोई समझौता हुआ है? क्या योगेश के आरोप सच हैं? और अगर हैं, तो इस पर सरकार और प्रशासन चुप क्यों है?
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