मोहाली: जिले के रहने वाले संयम खान (उम्र 40 वर्ष) और शिवानी (उम्र 24 वर्ष) ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ितों का कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के, प्रशासन ने उनकी और उनके साथियों की दुकानों में आग लगा दी। दुकानों में भारी मात्रा में माल भरा हुआ था, जो देखते ही देखते जलकर राख हो गया।
इस घटना में दुकानदारों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। पीड़ितों ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर गहरा आक्रोश जताते हुए कहा कि बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के इस तरह की जबरन कार्रवाई सरासर अन्याय है।
पीड़ितों में से एक, रिहान आलम (पुत्र खुर्शीद आलम), जो कि स्थाई निवासी ग्राम लक्ष्मीपुर, असफपुर, जिला बदायूं, उत्तर प्रदेश (पिनकोड 243632) हैं, ने भी अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए उच्च अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
दुकानदारों ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें जल्द न्याय नहीं मिला तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
क्या है पूरा मामला
मोहाली में प्रशासन का कहर: बिना नोटिस दुकानों में लगाई आग, लाखों का नुकसान, व्यापारी फूटा गुस्सा
मोहाली: जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब संयम खान (उम्र 40 वर्ष), शिवानी (उम्र 24 वर्ष) समेत कई व्यापारियों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए कि बिना किसी पूर्व सूचना या कानूनी नोटिस के, उनकी दुकानों में आग लगा दी गई। दुकानों में भरे लाखों का माल कुछ ही मिनटों में जलकर राख हो गया।
व्यापारियों ने बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह से अवैध और अमानवीय थी। प्रशासन के इस तानाशाही रवैये से व्यापारियों में भारी आक्रोश है। स्थायी निवासी रिहान आलम (पुत्र खुर्शीद आलम, ग्राम लक्ष्मीपुर, असफपुर, जिला बदायूं, उत्तर प्रदेश) ने भी अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ितों का कहना है कि प्रशासन ने न तो कोई चेतावनी दी, न ही किसी अदालत के आदेश का हवाला दिया, और सीधे जीवन भर की मेहनत को आग के हवाले कर दिया। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द न्याय नहीं मिला तो वे उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
स्थानीय व्यापारिक संगठन भी पीड़ितों के समर्थन में उतर आए हैं और प्रशासन की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। मोहाली में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।