महेंद्रगढ़ (हरियाणा), विशेष रिपोर्ट:
हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रामबास गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां किरण त्रिपाठी नाम की एक महिला ने अपने पति संदीप शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। किरण की शादी 18 फरवरी 2017 को हुई थी। इस शादी से उनके दो बच्चे हैं — 7 साल की बेटी नैनसी और 5 साल का बेटा मयंक। लेकिन अब वह अपने ही जीवनसाथी के बर्ताव से त्रस्त हैं।
फोन पर घंटों बातें और दूसरी औरत की मौजूदगी का शक
किरण के अनुसार, उनके पति संदीप शर्मा का किसी अन्य महिला से रिश्ता है। वह घंटों फोन पर उसी से बातें करता है। जब किरण ने विरोध किया, तो नतीजा हिंसा और प्रताड़ना के रूप में सामने आया।
चाकू से किया गया हमला – पुलिस तक पहुंची किरण
एक दिन बात इतनी बढ़ गई कि संदीप ने किरण पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे उनके हाथ पर गंभीर चोट आई। किरण ने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को बुलाया और शिकायत भी दर्ज कराई। बावजूद इसके, न तो कोई सख्त कार्रवाई हुई और न ही उन्हें सुरक्षा दी गई।
घर से निकाला, बच्चे भी छीन लिए
अब तो हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि संदीप ने किरण को उनके ही घर से निकाल दिया। सबसे दर्दनाक बात ये है कि उनके दोनों मासूम बच्चे – मयंक और नैनसी – भी संदीप के पास ही हैं। किरण अकेली, असहाय और न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रही हैं।
चरित्र पर कीचड़ उछालने की कोशिश
किरण का आरोप है कि संदीप उन्हें बदनाम करने के लिए अब उनके चरित्र पर भी दाग लगाने की कोशिश कर रहा है। उसने समाज और रिश्तेदारों के बीच गलत अफवाहें फैला दी हैं जिससे किरण मानसिक रूप से भी टूट चुकी हैं।
महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल
इस पूरे मामले ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा, पुलिस की संवेदनहीनता और वैवाहिक हिंसा के मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या एक महिला को न्याय के लिए पहले खून बहाना जरूरी है? क्या एक मां से उसके बच्चे यूं ही छीने जा सकते हैं?
अब न्याय की गुहार
किरण त्रिपाठी आज अपने बच्चों की वापसी और पति की सजा के लिए प्रशासन और समाज से गुहार लगा रही हैं। वह चाहती हैं कि उनके साथ हुई इस नाइंसाफी को सब जाने और उन्हें न्याय मिले।
अगर आप भी किसी ऐसी घटना के गवाह हैं या किसी महिला के साथ अन्याय हो रहा है, तो आवाज़ उठाइए – क्योंकि चुप्पी सबसे बड़ा अपराध है।
स्थानीय संवाददाता ई मीडिया की रिपोर्ट