पंचकूला, 27 नवंबर: हरियाणा सरकार युवाओं को अपनी सांस्कृतिक जड़ों और प्रकृति संरक्षण के महत्व से जोड़ने के लिए 19 नवंबर से 5 दिसंबर 2025 तक दो दिवसीय विशेष भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इस कार्यक्रम के तहत हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव और नेचर कैम्प थापली का दौरा कर प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और प्राकृतिक धरोहर का अनुभव कर रहे हैं।
युवा कल्याण संयोजक नरेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार युवाओं में ज्ञान, संस्कृति और जिम्मेदारी की भावना जगाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में आज चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीयूएलयू) सिरसा के विद्यार्थी नेचर कैम्प थापली पहुंचे, जहाँ उन्हें प्रकृति संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन और वन विभाग के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल युवाओं को अपनी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ती है, बल्कि उनमें पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी भी विकसित करती है, ताकि वे भविष्य में जागरूक और संवेदनशील नागरिक बन सकें।
नेचर कैम्प में रेंज ऑफिसर संजय ने विद्यार्थियों को कैम्प क्षेत्र, वन्य जीव संरक्षण, ट्रैकिंग रूट और कैम्प के नियमों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह कैम्प हरियाणा वन विभाग द्वारा विकसित एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र है, जहाँ देशभर से प्रकृति प्रेमी ट्रैकिंग और नेचर अवलोकन के लिए आते हैं।
यह कार्यक्रम युवाओं को अनुभवात्मक शिक्षा से जोड़कर उनके व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा स्टेट हेड देव दर्शन शर्मा की रिपोर्ट




