जोधपुर. शहर की स्वर्ण नगरी कही जाने वाली जोधपुर में लोग नालों के गंदे पानी में रहने को मजबूर हैं। मामला थाना उदय मंदिर क्षेत्र का है, जहां सुमेर नायक (40) पुत्र मदन लाल का घर है। यहां नाले का पानी सड़कों पर इस कदर फैल गया है कि पैदल निकलना तो दूर, दरवाजे तक पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि पहली बार नहीं, कई बार नगर पालिका को शिकायत दी जा चुकी है। मगर हर बार फाइलें दफ्तरों में धूल फांकती रह जाती हैं। सुमेर नायक ने कहा – “हम इंसान हैं या नाले के कीड़े? रोज बच्चों को स्कूल भेजने में दिक्कत होती है। बीमारी फैलने का डर अलग।”
इलाके के लोगों ने बताया कि नगर निगम के कर्मचारी केवल आश्वासन देने आते हैं। “सफाईकर्मी आएंगे… जेटिंग मशीन आएगी… नाला साफ होगा…” लेकिन महीनों से हालात जस के तस हैं।
स्थानीय दुकानदार रामलाल ने बताया,
> “बरसात में तो पूरी सड़क नाले में बदल जाती है। लोग गाड़ी छोड़कर दूसरी गली से घूमकर आते हैं। शिकायत करो तो अफसर कहते हैं बजट नहीं है। फिर विकास कहां हो रहा है?”
लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही सफाई नहीं हुई तो वे नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे। क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है।
नगर निगम के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि,
> “सफाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही मशीन लगाकर नाले की सफाई कराई जाएगी।”
फिलहाल, यहां के लोग इसी इंतज़ार में हैं कि कब अफसरशाही का नशा टूटे और उनकी गलियों से बदबू और गंदगी का यह आतंक खत्म हो।