हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा की रहने वाली मनीषा, जो गर्भवती थी, अब इस दुनिया में नहीं रही।उसकी मां का आरोप है कि मनीषा को उसके पति अजय और ससुराल वालों ने मानसिक और शारीरिक रूप से इतना प्रताड़ित किया कि आज उनकी बेटी हमारे बीच नहीं रही।
शरीर पर चोटों के निशान थे… बर्फ में रखा गया था… और बताया गया कि उसने फांसी लगा ली…
मनीषा की मां कहती हैं कि उन्होंने बेटी के ससुराल वालों को पैसों और सामान से मदद भी की… फिर भी उसे मारा गया।
अब एक मां दर-दर की ठोकरें खा रही है, सिर्फ एक बात कह रही है — “मेरी बेटी को इंसाफ दिलाओ…”
क्या हमारी व्यवस्था इतनी कमजोर है कि एक गर्भवती महिला को भी न्याय नहीं मिल सकता?
क्या है पूरा मामला?

पानीपत: गर्भवती महिला के साथ मारपीट कर झूठे तरीके से फंदे पर लटकाने का आरोप, परिवार ने लगाया ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप
स्थान: गांव महावटी, तहसील समालखा, जिला पानीपत (हरियाणा)
हरियाणा: गांव महावटी निवासी ज्योति ने मीडिया के माध्यम से अपनी बहन मनीषा के साथ हुए दर्दनाक हादसे पर इंसाफ की गुहार लगाई है। ज्योति के अनुसार, उनकी बहन गर्भवती थी और ससुराल में उसे लगातार मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना दी जा रही थी।
ज्योति ने बताया कि अजय नामक युवक, जो मनीषा का पति है, ने एक शाम अपनी चाची को फोन कर कहा कि वह अब मनीषा के साथ नहीं रहना चाहता और तलाक लेना चाहता है। कुछ ही देर बाद अजय के ससुर का फोन आया कि मनीषा ने फांसी लगा ली है। जब परिवार मौके पर पहुंचा, तो मनीषा अस्पताल में गंभीर हालत में मिली। उनके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे और शरीर बर्फ में रखा गया था, जिससे परिवार को शक है कि मनीषा को प्रताड़ित कर मारने की कोशिश की गई है।
परिवार का यह भी कहना है कि पहले भी मनीषा के साथ मारपीट की जाती थी और ससुराल वाले उससे पैसे मांगते थे। मनीषा की मां ने ससुराल वालों को 50,000 रुपये और फिर 10,000 रुपये भेजे थे, साथ ही शादी के बाद कई बार सामान भी दिया गया। बावजूद इसके मनीषा को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
पीड़िता के परिवार ने प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि अजय और उसके परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मनीषा को न्याय दिलाया जाए।
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