फिरोजाबाद। एका थाना क्षेत्र के नगला जारी गांव में एक महिला के साथ दबंगों की दरिंदगी का मामला सामने आया है। महिला का आरोप है कि महज 10 हजार रुपये मांगने पर उसका पूरा परिवार दहशत में जीने को मजबूर हो गया है।
पीड़िता भूरी देवी पत्नी सुखवीर ने बताया कि उसका पति काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं और वह गांव में छोटे-छोटे बच्चों के साथ अकेली रहती हैं। भूरी देवी रोज सुबह-शाम अपनी भैंसों का दूध डेरी पर देने जाती हैं।
8 जुलाई की सुबह करीब 8:30 बजे जब उनके पति सुखवीर ने गांव के ही शीलेन्द्र पुत्र रामसेवक से अपना 10 हजार रुपये बकाया मांगा तो शीलेन्द्र आग बबूला हो गया। पहले तो उसने गंदी-गंदी गालियां दीं और कहा – “दम है तो पैसे लेके दिखा।” फिर वह घर की छत पर चढ़ गया और नीचे खड़े सुखवीर पर ईंटें फेंकने लगा।
इतना ही नहीं, शीलेन्द्र की पत्नी कमलेश और बच्चे भी छत पर चढ़ आए और दोनों पति-पत्नी पर ईंटें फेंककर जान लेने की कोशिश की। किसी तरह जान बचाकर दोनों वहां से भागे।
भूरी देवी ने आरोप लगाया कि दबंग कमलेश आए दिन उसे गालियां देती है और जान से मारने की धमकी भी। सोमवार को जब वह भैंसों का दूध डेरी पर देने जा रही थी तो कमलेश ने रास्ता रोक लिया और सरेराह उसे जमकर पीटा। महिला का कहना है कि कमलेश ने उसके दोनों हाथों में काट लिया जिससे उसके हाथों पर गहरे निशान बन गए। यही नहीं, पेट पर भी कई लात मारीं।
भूरी देवी ने बताया कि जब उसने डर के मारे अपने छोटे बेटे से दूध डेरी पर भिजवाना चाहा तो कमलेश ने अपने बच्चों से उसके बेटे को भी पिटवा दिया।
पीड़िता का कहना है कि अगर उसे इंसाफ न मिला तो वह अपने बच्चों के साथ मरने को मजबूर हो जाएगी। उसने पुलिस से शीलेन्द्र और कमलेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
> ग्रामीणों का कहना है कि दबंग परिवार आए दिन किसी न किसी को परेशान करता रहता है। महिला ने रोते हुए कहा – “अब इतना डर लगने लगा है कि घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं बची।”