राजसमंद/रेलमगरा —
जगपुरा निवासी दिव्यांग व्यक्ति मुन्ना शाह ने अपनी जान पर मंडराए खतरे और ग्राम पंचायत पनोतिया द्वारा कथित रूप से चारागाह व खेल मैदान की भूमि पर अवैध तरीके से आवासीय पट्टे काटने के गंभीर आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से सुरक्षा और कार्रवाई की मांग की है।
मुन्ना शाह ने बताया कि वह अब तक तीन बार जिला कलेक्टर कार्यालय जा चुके हैं। चौथी बार एसडीएम कार्यालय में उनके PA साहब से फोन पर बात हुई, जहां उन्हें सिर्फ यही कहा गया कि “एप्लीकेशन लगी हुई है।” मजबूरन वह फिर कलेक्टर कार्यालय गए और वहां से आदेश की कॉपी प्राप्त की। इसके बाद जब वह एसडीएम ऑफिस रेलमगरा पहुंचे, तो वहां “सुनवाई के लिए कोई मौजूद नहीं था,” जिसके बाद उन्होंने वीडियो बनाकर अपनी बात सार्वजनिक की।
● रात में हुआ जानलेवा हमला
मुन्ना शाह ने थाना रेलमगरा को दिए आवेदन में बताया कि 23 नवंबर 2025 की रात कुछ अज्ञात लोग उनके खुले घर में घुस आए और उनके सिर के पास बारूद वाला विस्फोटक पटाखा रखकर चले गए।
नींद खुलने पर मामला पता चला।
मुन्ना शाह दिव्यांग हैं और अकेले अपनी सुरक्षा करने में असमर्थ हैं।
उन्होंने अपनी जान पर गंभीर खतरा बताया और तुरंत सुरक्षा प्रदान करने की मांग की।
● चारागाह भूमि घोटाले का मामला
मुन्ना शाह ने उपखंड अधिकारी (एसडीएम) रेलमगरा को दिए आवेदन में आरोप लगाया कि—
ग्राम पंचायत पनोतिया ने आराजी नंबर 315 (चारागाह भूमि) पर अवैध रूप से आवासीय पट्टे काटे।
कई लाभार्थियों ने इन अवैध पट्टों पर पक्के मकान बनाकर कब्जा कर लिया है।
सरपंच और पंचायत सचिव द्वारा 2014 से 2024 तक बिना विधिक प्रक्रिया अपनाए अवैध पट्टे जारी किए गए।
गरीबों के नाम पर पुस्तैनी व मुफ्त पट्टे दिखाकर सरकारी राजस्व का नुकसान किया गया।
खेल मैदान और चारागाह की भूमि को भी अवैध रूप से बांट दिया गया।
● SDM ने मांगी 7 दिनों में रिपोर्ट
एसडीएम ऑफिस द्वारा संबंधित पटवारी व पंचायत को पत्र जारी करते हुए निर्देश दिए गए कि—
पूरे प्रकरण की निगरानी दायर की जाए
यदि चारागाह भूमि पर पट्टे दिए गए हैं तो वस्तुस्थिति स्पष्ट की जाए
7 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करें
● मुन्ना शाह की मांग
चारागाह भूमि घोटाले की उच्च स्तरीय जांच
दोषियों पर कानूनी कार्रवाई
चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए
उनकी सुरक्षा के लिए तुरंत पुलिस संरक्षण दिया जाए
मुन्ना शाह ने कहा कि लगातार शिकायत करने के बाद अब उन पर हमले होने लगे हैं। वह दिव्यांग होने के कारण खुद की रक्षा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा—
“मैंने सुरक्षा के लिए आवेदन दिया था, पर आज तक मुझे कोई सुरक्षा नहीं दी गई।”
प्रशासन की अगली कार्रवाई पर अब सबकी नजर
जनहित से जुड़ा यह मामला गंभीर रूप ले चुका है।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन और पुलिस मुन्ना शाह की सुरक्षा और चारागाह भूमि घोटाले की जांच पर क्या ठोस कदम उठाते हैं।




