कानपुर। आउटसोर्सिंग के तहत हालेड चिकित्सालय, कानपुर में कार्यरत सफाईकर्मी रवि कुमार ने अपने वरिष्ठ हेड सफाईकर्मी राजकुमार के खिलाफ मीडिया में दिए गए बयान पर खेद जताते हुए विभाग से लिखित माफी मांगी है। रवि कुमार बीते पांच महीनों से अस्पताल में कार्यरत थे, लेकिन विवादित बयान के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
रवि कुमार, पुत्र प्रहलाद वाल्मीकि, निवासी आर/51, राम आसरे नगर, कच्ची बस्ती, गोविंद नगर, कानपुर नगर (उत्तर प्रदेश) ने प्रमुख अधीक्षक को पत्र सौंपते हुए अपने बयान को अनुचित बताया और स्वीकार किया कि इससे विभाग की छवि को ठेस पहुंची है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं होगी।
हालांकि रवि कुमार ने आरोप लगाया कि माफी मांगने के बावजूद उन्हें ड्यूटी पर बहाल नहीं किया गया और बीते एक महीने से वे बिना वेतन घर पर बैठे हैं। उन्होंने स्वरूप नगर थाना और संबंधित चौकी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
भावुक होकर बोले रवि कुमार –
“मेरे बीवी-बच्चों का गुजारा मुश्किल हो गया है। अगर मुझे नौकरी नहीं मिली तो मैं आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हो सकता हूं। अगर मुझे या मेरे परिवार को कोई नुकसान हुआ तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे।”
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि उनके निलंबन को रद्द किया जाए और उन्हें पुनः ड्यूटी पर बहाल किया जाए।
रवि कुमार का यह भी आरोप है कि पिछले दो महीने से वह थानों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही। उल्टा थाना प्रभारी उन्हें धमका रहे हैं और झूठे आरोप लगाने की बात कह रहे हैं।
फिलहाल अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विभागीय सूत्रों के अनुसार रवि कुमार का माफीनामा विचाराधीन है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस प्रकरण में क्या निर्णय लेता है।