चेकअप से पहले ही बैठे-बैठे गिर गया
मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे ग्राम रूपेटा निवासी सन्नी गेहलोत सीने में दर्द की शिकायत पर चौधरी अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर पहुंचा था। डॉक्टर ओपीडी में अन्य मरीज को भी देख रहे थे। सन्नी ने सीने में दर्द की शिकायत की, डॉक्टर उसका चेकअप कर पाते उससे पहले ही वो बैठे-बैठे गिर गया।
लगातार सीपीआर और शॉक देते रहे
उसकी पल्स बंद हो चुकी थी। इसके बाद डाक्टरों ने ओपीडी में ही उसे सीपीआर देना शुरू किया। डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि युवक की पल्स के साथ बीपी भी नहीं आ रहा था। ऐसे में हमने उसे इलेक्ट्रिक शॉक देने का फैसला किया। उसे आईसीयू में ले गए। यहां पर लगातार उसे सीपीआर और शॉक देते रहे।
युवक की जान बचाने 30 मिनट तक संघर्ष
डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि युवक को करीब 12 बार शॉक और 40 मिनट तक स्टाफ के अलग-अलग लोग CPR और DC देते रहे। करीब 30 मिनट तक युवक की जान बचाने के लिए संघर्ष किया। आखिरकार धड़कनें वापस लौट आईं। युवक को स्थिर कर इंदौर रेफर किया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
ई खबर मीडिया से समीर शाह की रिपोर्ट