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गृह मंत्रालय का कामकाज संभालते ही अमित शाह ने लिया ये संकल्प, लेकिन सामने हैं तीन चुनौती

Amit Shah News गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कार्यभार संभाला। यदि शाह लगातार पांच साल और सेवा करते हैं तो वे भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले गृह मंत्री बन जाएंगे। कांग्रेस के गोविंद बल्लभ पंत और भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी ने छह-छह साल से कुछ अधिक समय तक केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में कार्य किया।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मोदी 3.0 कैबिनेट के तहत लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए भारत के गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाला। नए कार्यकाल का कामकाज संभालते ही अमित शाह ने साफ कर दिया कि आगामी पांच सालों में क्या-क्या काम किया जाएगा और किन क्षेत्रों पर अधिक फोकस किया जाएगा।

अमित शाह ने कहा कि नई सरकार देश की सुरक्षा के लिए अपने प्रयासों को अगले स्तर तक ले जाएगी। आतंकवाद, उग्रवाद और नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई जारी रहेगी। मोदी 3.0 सरकार के तहत गृह मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ के माध्यम से यह बयान दिया।

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मैंने आज गृह मंत्रालय का कार्यभार पुनः संभाला। गृह मंत्रालय राष्ट्र और उसके लोगों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहेगा, जैसा कि यह हमेशा रहा है। मोदी 3.0 भारत की सुरक्षा के लिए अपने प्रयासों को अगले स्तर पर ले जाएगा। भारत आतंकवाद, उग्रवाद और नक्सलवाद के खिलाफ हमेशा लड़ता रहेगा।

अमित शाह बना लेंगे ये रिकॉर्ड

गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कार्यभार संभाला। यदि शाह लगातार पांच साल और सेवा करते हैं, तो वे भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले गृह मंत्री बन जाएंगे। कांग्रेस के गोविंद बल्लभ पंत और भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी ने छह-छह साल से कुछ अधिक समय तक केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में कार्य किया, जबकि शाह और राजनाथ सिंह, जो पहली मोदी सरकार के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री थे, जिन्होंने अभी तक पांच-पांच साल का कार्यकाल पूरा किया।

ये है अमित शाह के सामने चुनौती

अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र और गृह मंत्रालय के लिए तत्काल चुनौती जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराना और उसका राज्य का दर्जा बहाल करना है। क्योंकि पांच साल पहले इसे केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया गया था। एक और चुनौती भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को लागू करना है, जो भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह लेंगे। अमित शाह द्वारा 2023 में संसद में पेश किए गए ये कानून 1 जुलाई से लागू होने वाले हैं।

इन्हें भी फिर से मिला कार्यभार

नित्यानंद राय ने पिछली सरकार में गृह राज्य मंत्री (MoS) के रूप में कार्य किया था, इस बार भी राय ने शाह के कुछ ही मिनटों बाद गृह राज्य मंत्री का पदभार संभाला। तेलंगाना के सांसद और भाजपा की तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष बंदी संजय कुमार, मंत्रालय में दूसरे राज्य मंत्री के रूप में काम करेंगे। वे अजय कुमार की जगह लेंगे, जो उत्तर प्रदेश के खीरी से लोकसभा चुनाव हार गए हैं। बंदी संजय कुमार जल्द ही अपना कार्यभार संभालेंगे।

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