भटिंडा, 3 मई:
जिला भटिंडा के थाना सिंह चौकी क्षेत्र की रहने वाली रमनजीत कौर (उम्र 22 वर्ष) और उनके पति राजवीर सिंह इन दिनों बेहद कठिन दौर से गुजर रहे हैं। उनके ढाई साल के मासूम बेटे अभिराज सिंह को दोनों कानों से सुनाई नहीं देता। डॉक्टरों की जांच में पता चला है कि अभिराज को जन्म से ही सुनने में परेशानी है और उसकी सुनने की क्षमता बिल्कुल शून्य है।
परिवार ने कई अस्पतालों में जांच करवाई और अंततः डॉक्टरों ने सलाह दी कि अभिराज की सुनने की शक्ति को बहाल करने के लिए कोक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की आवश्यकता है। यह एक जटिल और अत्याधुनिक सर्जरी है, जिसमें कान के अंदर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगाया जाता है जो ध्वनि संकेतों को सीधे मस्तिष्क तक पहुंचाता है। इस सर्जरी की कुल लागत लगभग 10 लाख रुपए है, जिसमें ऑपरेशन, उपकरण, अस्पताल में भर्ती, और बाद की थेरेपी शामिल हैं।
रमनजीत और राजवीर एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं और इतनी बड़ी राशि इकट्ठा कर पाना उनके लिए लगभग असंभव है। राजवीर सिंह छोटे स्तर पर काम करके परिवार का पेट पालते हैं और बेटे के इलाज के लिए वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन संसाधनों की कमी उनके रास्ते में बड़ी बाधा बन रही है।
रमनजीत कौर ने भावुक होते हुए बताया, “हमारा बेटा जब किसी आवाज पर प्रतिक्रिया नहीं देता, तो दिल टूट जाता है। हम चाहते हैं कि वह भी दूसरे बच्चों की तरह बोल सके, सुन सके, और एक सामान्य जीवन जी सके।”
परिवार ने अब सरकार, सामाजिक संगठनों और आम जनता से मदद की अपील की है ताकि अभिराज को एक नई जिंदगी दी जा सके। अगर समय रहते सर्जरी नहीं हो पाती, तो अभिराज का बोलने और समझने का विकास भी रुक सकता है।
जो भी इस नेक कार्य में योगदान देना चाहते हैं, वे परिवार से सीधे संपर्क कर सकते हैं या उनके द्वारा दिए गए बैंक खाते या UPI के माध्यम से सहायता राशि भेज सकते हैं (विवरण परिवार द्वारा अलग से साझा किया जाएगा)।
एक मासूम की दुनिया में आवाज़ लौटाने की इस जंग में हम सबको साथ आना होगा।
स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट