बेगूसराय (बिहार)।
बेगूसराय जिले के बीरपुर गांव निवासी मोहम्मद अरशद (पिता – मोहम्मद समसाद, जन्मतिथि 01/01/1995) ने मीडिया के सामने गंभीर आरोप लगाए हैं। अरशद का कहना है कि सरकारी रिकॉर्ड में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, जिसके चलते उनके राशन कार्ड और वोटर लिस्ट से नाम हटा दिया गया है।
अरशद ने बताया कि वे दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का खर्च चलाते हैं और उनकी पत्नी संजीदा खातून व तीन छोटे बच्चों का भरण-पोषण पूरी तरह सरकारी राशन पर निर्भर था। लेकिन अचानक राशन कार्ड से नाम कटने के कारण उनका परिवार भुखमरी का सामना कर रहा है।
पीड़ित ने कहा –
“सरकार ने हम जैसे जिंदा लोगों को ही मरा हुआ मानकर हमारी पहचान खत्म कर दी है। हमारा राशन कार्ड (संख्या – 102220131323799200003587) और वोटर लिस्ट से नाम हटाया गया है। हम मुख्यमंत्री से निवेदन करते हैं कि हमें जल्द से जल्द जीवित मानकर नाम जोड़ा जाए और सरकारी सुविधाएं बहाल की जाएं।”
मोहम्मद अरशद ने बताया कि उनकी गृहस्थी पूर्विकताप्राप्त राशन कार्ड के तहत पंजीकृत थी, लेकिन अब कार्ड निष्क्रिय हो चुका है। परिवार की मुखिया के रूप में कार्ड पर साहिदा खातून का नाम दर्ज है। स्थानीय जनवितरण प्रणाली के दुकानदार का नाम धीरज कुमार बताया गया है।
अरशद ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि वे बेहद गरीब हैं और सरकारी सुविधाओं के बिना उनके परिवार का गुजारा असंभव है। इसलिए सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि उनका राशन कार्ड बहाल हो और वोटर लिस्ट में नाम जोड़ा जाए।