पंचकूला/बुलंदशहर:
असगरपुर, तहसील बुर्जा, जिला बुलंदशहर निवासी सलीम पुत्र नौशाद ने अपनी पत्नी शमीम की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद न्याय और मुआवज़े के लिए गुहार लगाई है। सलीम ने बताया कि वह जासपुर स्थित कमला ब्रिक्स में मजदूरी करता है। करीब 8 महीने पहले वह और उसकी पत्नी शमीम अम्बाना रायपुर रानी रोड पर तिरुपति पेट्रोल पंप के पास से गुजर रहे थे, तभी शाम करीब 7:30 बजे एक पिकअप वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे शमीम की मौके पर ही मौत हो गई।
सलीम ने बताया कि वह अनपढ़ है और टक्कर मारने वाले वाहन का नंबर नोट नहीं कर सका, लेकिन घटना के बाद पंचकूला के सिविल अस्पताल में पत्नी का पोस्टमार्टम कराया गया और मौली पुलिस चौकी में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई। पुलिस ने जांच के दौरान CCTV फुटेज से पिकअप नंबर और उसके ड्राइवर की पहचान कर ली। पिकअप वाहन सोलंकी इंडेन गैस एजेंसी से जुड़ा था।
सलीम का आरोप है कि ड्राइवर और उसके मालिक से केस को रफा-दफा करने के एवज़ में उसके जमादार महमूद ने 14 लाख रुपये की बात तय कर ली थी, लेकिन आठ महीने बीतने के बाद भी उसे एक भी रुपया नहीं मिला। इंडेन गैस एजेंसी के मालिक ने सलीम को बताया कि वह 14 लाख रुपये महमूद को दे चुका है। वहीं, सलीम ने जब वकील से बात की तो उसने भी हर बार तारीखें बदल-बदल कर उसे झांसे में रखा।
सलीम ने प्रशासन से अपील की है कि उसकी आर्थिक हालत बहुत खराब है। वह गरीब मजदूर है और उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। उसे अब तक कोई मुआवज़ा नहीं मिला और वह न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।