सिंगरौली, मध्य प्रदेश: नौगढ़ गांव के 37 वर्षीय लाल बहादुर अपनी 17 साल पुरानी शादीशुदा जिंदगी में अचानक आए तूफान से परेशान हैं। उनकी पत्नी, 35 वर्षीय सीता खेमठ, अपने दो छोटे बच्चों को छोड़कर किसी अन्य पुरुष के साथ रहने चली गई हैं। इस घटना ने गांव और आसपास के क्षेत्र में हलचल मचा दी है।
पति का दर्द और भावुक अपील
लाल बहादुर ने मीडिया से अपनी दर्दभरी कहानी साझा की। उन्होंने कहा,
“मेरे बच्चे बीमार हैं और उन्हें मां की सख्त जरूरत है। मैं अकेले उनकी देखभाल नहीं कर पा रहा हूं।”
लाल बहादुर ने अपनी पत्नी से अपील करते हुए कहा,
“सीता, तुम जहां भी हो, घर लौट आओ। मैं न तुम्हें मारूंगा, न डांटूंगा। बच्चों का भविष्य बर्बाद होने से बचाओ।”
उन्होंने कहा कि उनकी बच्ची अस्पताल में भर्ती है और वह खाना खाने से मना कर रही है। बच्ची ने कहा है, “जब तक मां नहीं आएगी, मैं खाना नहीं खाऊंगी।”
पुलिस में रिपोर्ट दर्ज, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
लाल बहादुर ने अपनी पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि घटना को कई दिन हो गए हैं, लेकिन पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
कानूनी चेतावनी और इनाम की घोषणा
लाल बहादुर ने चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति उनकी पत्नी को अपने घर में आश्रय देगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही, उन्होंने सीता खेमठ की जानकारी देने वाले को ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा,
“यदि किसी को सीता की जानकारी मिले तो कृपया तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें: 8120614647।”
मोबाइल ले जाने का आरोप
लाल बहादुर ने बताया कि उनकी पत्नी घर का बड़ा मोबाइल फोन भी ले गई है और उसे स्विच ऑफ कर दिया है, जिससे संपर्क करना असंभव हो गया है।
समाज के लिए सोचने का समय
यह घटना पति-पत्नी के रिश्तों और बच्चों की परवरिश को लेकर बड़े सवाल खड़े करती है।
क्या पुलिस को इस मामले में तेज कार्रवाई करनी चाहिए?
क्या पति और पत्नी को बच्चों के भविष्य के लिए आपसी समाधान निकालना चाहिए?