जिला रायबरेली के थाना गदागंज क्षेत्र अंतर्गत ग्राम थौरागढ़ी मजरे गौरा हरदो की रहने वाली सुमन देवी पत्नी सोनू ने अपने परिवारजनों पर मकान और जमीन हड़पने, मारपीट करने और घर से बेदखल करने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने जिलाधिकारी रायबरेली को शिकायती पत्र देकर न्याय की मांग की है।
सुमन देवी का कहना है कि करीब चार वर्ष पूर्व विपक्षीगण—महेश उर्फ पप्पू, उसकी पत्नी पूजा तथा परिवार के अन्य सदस्य—ने उन्हें और उनके पति को बुरी तरह मारपीट कर घर से निकाल दिया और पुश्तैनी मकान व जमीन पर कब्जा कर लिया।
पीड़िता ने बताया कि जब भी वह अपना हिस्सा मांगती हैं तो विपक्षीगण एकजुट होकर गाली-गलौज व मारपीट कर भगा देते हैं। कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
वसीयत पर सवाल
सुमन देवी ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी नानी स्वर्गीय गंगादेई द्वारा 28 मार्च 2008 को बनाई गई वसीयत को विपक्षीगण गलत तरीके से अपने हित में दिखाकर सम्पत्ति पर कब्जा बनाए हुए हैं। उनका कहना है कि यह वसीयतनामा अमान्य है और इसे निरस्त किया जाना चाहिए।
लगातार विवाद और धमकियां
सोनू (पति) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार—
विवाह के बाद से ही महेश और उसके परिवारजन विवाद करने लगे।
दहेज में मिले सामान को लेकर आपत्तियाँ जताई गईं।
प्रतिवादी महेश घर में रहने नहीं देते और आए दिन गंदी हरकतें कर पत्नी को परेशान करते हैं।
9 मई 2023 को विपक्षी ने घर में घुसने से रोककर दरवाज़ा बंद कर दिया, गाली-गलौज की और मारपीट पर उतारू हो गया।
उनकी मेहनत की कमाई भी विपक्षी जबरन लेता रहा है।
थाने में शिकायत, पर कार्रवाई नहीं
पीड़िता ने थाना गदागंज में कई बार शिकायत दी है, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई न होने से वह दहशत में हैं। उनका कहना है कि विपक्षीगण आए दिन जान से मारने की धमकी देते हैं और घर में घुसने तक नहीं देते।
पीड़िता की मांग
सुमन देवी ने जिलाधिकारी रायबरेली, पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी गदागंज से गुहार लगाई है कि—
उनकी प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की जाए।
पुश्तैनी मकान और जमीन में कानूनी हिस्सा दिलाया जाए।
उन्हें तथा उनके परिवार को जान-माल की सुरक्षा प्रदान की जाए।
पीड़िता ने कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें न्याय की आस टूट जाएगी।




