शामली। कैराना तहसील के मोहल्ला रेतेवाला निवासी राधेश्याम कश्यप ने अपनी पत्नी पार्वती (उम्र 38 वर्ष) के गुम होने का मामला उठाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाए हैं। राधेश्याम का कहना है कि उसकी पत्नी को मोनिका, परवेज और सुन्दर बहला-फुसलाकर ले गए हैं। पार्वती अपने छह बेटियों को छोड़कर घर से करीब 10 महीने पहले चली गई थी और अब तक वापस नहीं लौटी है।
पीड़ित राधेश्याम का आरोप है कि जब भी वह छपरौली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा तो वहां तैनात दरोगा हरिओम हर्जेश ने कार्रवाई करने के बजाय गलत जानकारी दी। कभी हरिद्वार, कभी रुड़की, तो कभी देहरादून और उत्तराखंड बताकर गुमराह किया। इतना ही नहीं, दरोगा पर दो बार 50-50 हजार रुपये रिश्वत लेने और धमकाने का भी आरोप है।
राधेश्याम का कहना है कि एक बार दरोगा उसे कुडाना गांव लेकर गया था जहां आरोपी सुन्दर की पत्नी ने बयान दिया कि उसका पति नशे का आदी है और घर आकर मारपीट करता है। इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि पुलिस अधीक्षक बागपत को निर्देशित कर दोषियों और थानेदार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि उसे न्याय मिल सके।