समस्तीपुर जिले के अनुराग घाट थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 से एक चिंताजनक मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला को उसके पड़ोस में रहने वाले लोगों द्वारा लगातार मारपीट और उत्पीड़न का शिकार बनाया जा रहा है। पीड़ित परिवार के अनुसार, कई बार पुलिस थाने और उच्च अधिकारियों को आवेदन देने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
शिकायतकर्ता सौदागर साहनी, निवासी वार्ड नंबर 11, अनुराग घाट, ने बताया कि वे जीविका चलाने के लिए रोज़गार की तलाश में घर से बाहर रहते हैं, और इसी दौरान उनकी पत्नी कमली देवी व परिवार के छोटे बच्चों के साथ पड़ोसी राजेश और उसके भाई द्वारा बार-बार मारपीट की जाती है।
“बाहर रहने पर पत्नी पर अत्याचार बढ़ जाते हैं”
सौदागर साहनी ने बताया कि वे मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं, लेकिन जब भी वे घर से बाहर कमाने जाते हैं, उसी समय उनके पड़ोसी राजेश और उसके भाई उनके घर पर आकर पत्नी के साथ गाली-गलौज और मारपीट करते हैं।
पीड़ित ने कहा –
“मैं जब काम पर बाहर रहता हूँ, तब मेरी पत्नी को अकेला देखकर ये लोग बदसलूकी करते हैं, घर में घुसकर मारते-पीटते हैं। जब भी थाने में शिकायत करने जाते हैं, पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती।”
चार छोटे बच्चे सहमे हुए हैं
सौदागर साहनी और कमली देवी के चार छोटे बच्चे हैं, जो इस माहौल में डर और दहशत में जी रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार बच्चों ने खुद अपने पड़ोसियों को माँ के साथ मारपीट करते देखा है, जिससे बच्चे आतंकित और मानसिक रूप से परेशान हैं।
थाने में दिए गए आवेदन, लेकिन कार्रवाई शून्य
शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने अनुराग घाट थाने में कई बार लिखित आवेदन दिया, साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी शिकायत की, लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर कोई जांच या गिरफ्तारी नहीं की गई है।
उनका कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण आरोपी राजेश और उसका भाई अब और ज्यादा बेख़ौफ़ हो गए हैं।
“अगर प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो करेंगे आंदोलन”
सौदागर साहनी ने कहा कि अगर जल्द ही पुलिस कार्रवाई नहीं करती, तो वे जिला मुख्यालय पर धरना देने को मजबूर होंगे। उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनकी पत्नी और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि प्रशासन को इस परिवार की मदद करनी चाहिए, ताकि एक मेहनतकश मजदूर को अपने परिवार की सुरक्षा के लिए रोज़मर्रा की चिंता न करनी पड़े।
– संवाददाता रिपोर्ट, ई-खबर, समस्तीपुर
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