मधुबनी (जयनगर)।
जिला मधुबनी के जयनगर थाना क्षेत्र के गोवराही गांव में एक महिला के साथ हुई तोड़फोड़ और मारपीट की घटना ने स्थानीय लोगों को हिला दिया है। पीड़िता संगीता देवी (32 वर्ष), पत्नी विनोद यादव, ने अपने ही दियाद (परिवार के सदस्य) पर घर तोड़ने, लूटपाट करने और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है।
संगीता देवी ने अपने आवेदन में बताया कि 25 अक्टूबर 2025 की शाम करीब 7 बजे उनके दियाद मनोज यादव (20 वर्ष, पिता स्व. देवेन्द्र यादव), उसकी पत्नी विभा देवी (19 वर्ष), भोली देवी (पत्नी स्व. योगेन्द्र यादव) और एक अन्य व्यक्ति हनुमान यादव ने मिलकर उनके एस्बेस्टस छत वाले घर को तोड़ डाला और अंदर रखा सारा घरेलू सामान उठा ले गए।
पीड़िता ने बताया कि वह और उनके पति अपने दियाद के डर से नैहर कलिकापुर (थाना कलुआही) में रह रहे हैं। लेकिन प्रतिपक्षी लगातार उन्हें जान से मारने की धमकी देते रहते हैं और उनके 12 वर्षीय बेटे कृष्ण कुमार का अपहरण करने की भी धमकी दी गई है।
संगीता देवी ने बताया कि उन्होंने घटना के अगले दिन, 26 अक्टूबर को जयनगर थाना में एफआईआर दर्ज कराई, लेकिन अब तक पुलिस द्वारा कोई जांच या कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष की निष्क्रियता के कारण आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और उन्हें लगातार धमकियाँ दे रहे हैं।
पीड़िता ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जयनगर को लिखित आवेदन देकर यह भी बताया कि मुख्य आरोपी मनोज यादव के खिलाफ पहले से ही व्यवहार न्यायालय से वारंट जारी है, लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने अब तक उसे गिरफ्तार नहीं किया।
पूर्व में भी हुई मारपीट, महिला के साथ बदसलूकी का आरोप
संगीता देवी ने यह भी बताया कि इससे पहले भी 5 अगस्त 2024 को जब वह अपने मायके कलिकापुर से लौटी थीं, तब उसी मनोज यादव और उसकी मां भोली देवी ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की थी।
पीड़िता ने बताया कि मनोज यादव ने उनके सिर पर साड़ी की लकड़ी से वार किया, जिससे वह बेहोश हो गईं। घटना के दौरान उनके पास रखे ₹10,000 नकद और सोने का मंगलसूत्र भी छीना गया।
इस मामले में भी उन्होंने थाने में शिकायत दी थी, पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप, ग्रामीणों में रोष
ग्रामीणों का कहना है कि महिला बार-बार पुलिस से मदद मांग रही है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
संगीता देवी का कहना है कि “मैं एक अवला महिला हूँ। बार-बार धमकी दी जा रही है, मेरा घर तोड़ दिया गया, बच्चे को अपहरण की धमकी मिल रही है, लेकिन पुलिस अब तक चुप है।”
स्थानीय लोगों ने जयनगर थाना और एसडीपीओ कार्यालय से मांग की है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाए, दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
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