ई-खबर मीडिया में रिपोर्टर बनने को तैयार युवा, जोधपुर में अब भ्रष्टाचार और अन्याय पर कसेगा शिकंजा
जोधपुर। जिले की आथूनी धाणी जोलियाली से ताल्लुक रखने वाले सुरेन्द्र ने सोशल, प्रशासनिक और जमीनी स्तर के मुद्दों को उजागर करने की नीयत से ई-खबर मीडिया में प्रेस रिपोर्टर पद के लिए आवेदन किया है। सुरेन्द्र ने अपनी जिम्मेदारी और जज्बे के साथ ग्रामीण समस्याओं, सरकारी लापरवाही, अपराध और शिक्षा-स्वास्थ्य से जुड़े मामलों पर आवाज उठाने की मुहिम छेड़ने का संकल्प लिया है।
12वीं पास योग्यता के साथ युवा अब अपने जिले को नई पहचान दिलाने के लिए तैयार हो चुका है। ईखबर मीडिया के प्लेटफॉर्म से सुरेन्द्र उन मुद्दों पर प्रकाश डालने का इरादा रखता है, जिन पर अक्सर स्थानीय स्तर पर पर्दा डाल दिया जाता है। ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती, जल समस्या, आवारा पशुओं का आतंक, महिलाओं की सुरक्षा और बेरोजगारी के दर्दनाक पहलुओं से वह जनता को रूबरू कराना चाहता है।
मिलती पहचान, बढ़ती उम्मीदें
जानकारी के मुताबिक, सुरेन्द्र जुझारू स्वभाव के इस युवा में पत्रकारिता के प्रति ऐसा जुनून है, जिसे जिले के वरिष्ठों ने भी सराहा है। उनका कहना है कि जोधपुर जैसे तेजी से विकसित हो रहे जिले में अब एक और युवा सोशल रिपोर्टिंग के मोर्चे पर उतरने वाला है।
युवाओं में बढ़ता मीडिया आकर्षण
विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म के जमाने में युवाओं में पत्रकारिता का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। कम उम्र में ही जागरूकता और मुद्दों को उठाने की हिम्मत अब नया रुझान बन रहा है। यही वजह है कि सुरेन्द्र जैसे युवा अब गांव-गांव तक समाचार पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं।
न्याय व्यवस्था और आवाज से समझौता नहीं
सुरेन्द्र का दावा है कि वह खबरों से किसी का मन नहीं, बल्कि सच का आईना दिखाएगा। भ्रष्टाचार, दलाली और जनसेवा के नाम पर हो रहे खेल को उजागर करना ही उनकी प्राथमिकता होगी। आम जनता की सुरक्षा और अधिकारों के लिए लड़ाई अब सिर्फ सोशल मीडिया की पोस्ट नहीं, बल्कि जमीनी हकीकतों का खुलासा होगी।
जिम्मेदारी का एहसास और जनता की उम्मीदें
परिवार और दोस्तों का मानना है कि सुरेन्द्र की सोच सकारात्मक और जनता-हितैषी है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि यह युवा आने वाले समय में पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़ा नाम बन सकता है। इलाके की जनता भी इस खबर से काफी उत्साहित है।
जोधपुर जिले में अब एक नई कलम तैयार है, जो सच की धार तेज करने को बेकरार है। देखना होगा कि सुरेन्द्र की पत्रकारिता का सफर जनता के लिए कितनी राहत और प्रशासन के लिए कितना सुधार लेकर आता है।




