मथुरा की रहने वाली पूजा शर्मा अपने पति की हत्या के बाद न्याय के लिए दर-दर भटक रही हैं। उनका आरोप है कि उनकी ननद और ननद के पति ने मिलकर रायपुर में उनके पति की हत्या की साजिश रची। पूजा शर्मा का कहना है कि उनके पति की हत्या संपत्ति और खेतों पर कब्जा करने के लिए करवाई गई।
परिवार में बंटवारे की लड़ाई
पूजा शर्मा के दो बच्चे हैं। एक बच्चा उनके पास रहता है, जबकि दूसरा बच्चा उनके मृतक पति के परिवार के साथ है। पूजा का कहना है कि वह अपने दोनों बच्चों को अपने साथ रखना चाहती हैं, लेकिन ससुराल पक्ष इसके लिए तैयार नहीं है। उन्होंने प्रशासन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि उन्हें उनकी जमीन-जायदाद पर हक दिलाया जाए और बच्चों के नाम पर संपत्ति का अधिकार मिले।
साजिश का आरोप
पूजा का सीधा आरोप है कि उनकी ननद और ननद के पति ने उनकी संपत्ति हड़पने के लिए उनके पति की हत्या की साजिश रची। उन्होंने प्रशासन से इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पूजा चाहती हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और उन्हें इंसाफ मिल सके।
सोशल मीडिया के माध्यम से अपील
पूजा ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए अपनी व्यथा जनता और प्रशासन तक पहुंचाने की कोशिश की है। उन्होंने जनता और मीडिया से मदद की गुहार लगाई है ताकि उनकी आवाज सरकार तक पहुंचे और उन्हें न्याय मिल सके।
विधवा की न्याय की लड़ाई
पूजा शर्मा का कहना है कि उनके पति की हत्या ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया है। अब वह अपने बच्चों के भविष्य के लिए लड़ाई लड़ रही हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य है कि उनके परिवार को न्याय मिले और दोषियों को सजा दी जाए।
न्याय की उम्मीद
पूजा शर्मा जैसी महिलाओं की लड़ाई समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना आवश्यक है। मथुरा की इस विधवा की पुकार सरकार और प्रशासन से जल्द न्याय की अपेक्षा करती है।
पूजा की यह कहानी न केवल उनकी व्यक्तिगत लड़ाई है, बल्कि यह भी दिखाती है कि आज भी समाज में न्याय के लिए महिलाओं को कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।