होशियारपुर, 19 मई 2025
गांव बेराकांडी, तहसील मुकेरिया, जिला होशियारपुर निवासी बिल्लो देवी ने अपने जेठ कुतुद्दीन द्वारा लगातार मानसिक उत्पीड़न और धमकियों से तंग आकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी उस पर पत्नी बनने का दबाव बना रहा है और मना करने पर उसे और उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दे रहा है।
बिल्लो देवी वर्तमान में संतखंडी गांव में अपने दो बच्चों के साथ रह रही हैं। पहले वह हिमाचल प्रदेश के शोडाकंडी गांव में रहती थीं और मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रही हैं।
पीड़िता का कहना है कि कुतुद्दीन धमकी देता है कि अगर वह उसकी पत्नी नहीं बनी तो वह गुंडे भेजकर उसकी इज्जत को मिट्टी में मिला देगा। इतना ही नहीं, आरोपी यह भी कहता है कि वह उसे और उसके बच्चों को जान से मारकर फेंक देगा और यह साबित करने के लिए उसके पास कोई पहचान प्रमाण नहीं है।
बिल्लो देवी ने बताया कि वह अनाथ हैं, उनके माता-पिता नहीं हैं जो उनका साथ दे सकें। उन्होंने कई बार थानों और सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटे लेकिन कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता ने हाजीपुर थाना में दो बार शिकायत दी, मगर पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
बिल्लो देवी ने प्रशासन और सरकार से अपील की है कि उन्हें और उनके बच्चों को सुरक्षा प्रदान की जाए, आर्थिक सहायता दी जाए और आरोपी जेठ कुतुद्दीन के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
संपर्क:
बिल्लो देवी, पत्नी आलमदीन
निवासी – गांव शोडाकंडी, तहसील मुकेरिया, जिला होशियारपुर
मोबाइल: 9877395708
क्या है लापता का मामला?
पति के लापता होने से महिला चिंतित, दूसरे व्यक्ति द्वारा शादी के लिए दबाव
इसी बीच सहोता गांव की एक अन्य महिला ने भी ऐसी ही पीड़ा साझा की है। पीड़िता का कहना है कि उसका पति आलमदीन पिछले सात महीनों से लापता है। उन्होंने अपने पति की तलाश में कई प्रयास किए, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
इस दौरान एक व्यक्ति लगातार उस पर शादी करने का दबाव बना रहा है। महिला का आरोप है कि आरोपी कभी-कभी रात में एक अन्य महिला को साथ लेकर उसके घर पहुंच जाता है और धमकी देता है कि चाहे वह उसकी पत्नी बन भी जाए, तब भी वह उसका जीवन नर्क बना देगा। इतना ही नहीं, वह महिला और उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी भी देता है।
पीड़िता ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसे और उसके बच्चों को सुरक्षा दी जाए तथा आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।